# मैथिली_लप्रेक
-की बात छै गे पारो, एना किए एकटक निहारि रहल छें ।
-नै ओहन सन किछु बात नै छै, बस ओहिना...
-की ओहिना ?तोरा तऽ ठीकसँ झूठो नै बाजल होइ छौ ।
-सुनलियौ जे तूँ पढै लेल दरभंगा जा रहल छें ।फेर कहिया देखबौ तोहर ई मुँह ।
-केहन बात करै छें ? पढ़लाक बाद तऽ तोरे केशसँ खेलाइके छै ।
-से के जानऽ गेलै ।अपन समाजमे बेटी पहिने जुआन भऽ जाइ छै ।जा धरि एबहीं ता धरि तऽ हमर...खैर छोड़ जिनगी भरि लेल आइये निहारि लेबऽ दे ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें