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रविवार, 26 जून 2016

बरियाती

बाल कविता-246
बरियाती
छमछम बरसै बरसा रानी
बेंग चलल बरियाती यौ
आगू दुल्हा पाछू सब छै
तानि चलल बरसाती यौ
पात बिछा क' छल तैयार
खूबै लेल सरियाती यौ
एलै अन्हर एहन तखने
गेल मिझाइये बाती यौ

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