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मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

मैथिली बाल कविता- गमकल गाछी

गमकल-253

गमगम गमकल गाछी जखन
बूझ बसन्त आबि गेलै तखन
तोड़ी फूल पियरेलै जखन
बूझ बसन्त आबि गेल तखन

नवका आलू एलै घर घर
उड़' लागलै गर्दाक अन्हर
गाबय लोक जोगीरा जखन
बूझ फागुन आबि गेलै तखन

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