#चरिपतिया भोर
भोर भेलै आब चलू मीत यौ
काज बहुत छै बाँकी
जीवन केर पथपर छै कंकर
आर कते से आँकी
★★★★★★★
भोरक हवा लगा देहमे
हेतौ जोश दुगुन्ना
अंकक मान बढ़ै छै जेना
लगबैत आगू शुन्ना
★★★★★★
जीवनमे एकहकटा भोरक
बड़ा मोल छै भाइ
भरि दिनक जे बनबय योजना
नहिं कतौ पछुआइ
★★★★★★★★
करी कामना जीवनमे फेर
आबै एहन भोर
विध्न कोनो वा कष्टक कहियो
चलै ने कोनो जोर
★★★★★★
सच्चाई केँ देखि क' टूटय
झूठक सभ गठजोड़
चान जेना सूरजसँ भागय
सगरो होइ इजोर
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