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बुधवार, 12 जून 2013

जागरण

92. जागरण

-गै, जल्दी-जल्दी भानस-भात करनाइ सीख ले ।
-से किए माइ ?कोनो बेगरता हइ की ?
- अगिला महिना तोहर विआह ठीक कए देलियौ ने तेँ ।
-हे तूँहूँ बड मजाख करै छिकेँ ।चौदह बरखमे कतौ ककरो विआह होइ हइ ।
-हँ गै छौड़ी ।हमर विआह तँ बारहेमे भए गेल रहै ।
-तखन तोरा नै बुझल हौ ।टेलीभीजनपर नै देखै छिकें कोना ओ छौड़ी पेट पकड़ि बपहारि काटै हइ ।डाकडरनी कहै हइ जे कम उमरिमे विआह केलापर एनाहिते दरद होइ हइ ।
-ओ तँ झूठे बाजै हइ ।हमरा भेलै दरद ।
-माइ गै ।बारहेमे तोहर विआह भेलौ तेँ ने पहिलुका चारि गो बच्चा मरि गेलौ ।
-हँ गे बेटी ।तूँ ठीके बाजै छें ।तोहर बात हमरामे जागरण आनि देलकौ ।आब तोहर विआह अठारह कए बादे हेतौ ।

अमित मिश्र

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