जय जय भारत भारती माता
वेद पुराण कुराणक ज्ञाता
प्रमुदित मोन हरित देख धरती
शुद्ध अहींसा सिखै अछि जगती
मम भारत अछि भाग्य विधाता
जय जय भारत.....
हर्षित गाम नगर धरि हर्षित
स्वर मुकुट अछि भाल सुशोभित
सोन चिड़ैयाँ गाबै अछि गाथा
जय जय भारत.............
शोभित रूप अनूप हे भारत
जनम एतऽ लऽ भाग्यो जागत
वीर सुता-सुतकेँ तुअ माता
जय जय भारत................
अमित मिश्र
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