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मंगलवार, 13 नवंबर 2018

सिखा रहल दुनियाँ

5.20 सिखा रहल दुनियाँ

सूरज दादा सिखा रहल छै
नियत समयपर उठल करू
धरती माता सिखा रहल छै
धीरज ध' दुख सहल करू

गाछ भैया सिखा रहल छै
सभ संकटमे डटल करू
तहिना हवा सिखा रहल छै
अपन धुनमे बहल करू

झरना-नदी सिखाबय एतबी
बाट अपन नव गढ़ल करू
मेघ सिखाबय जीवन पथपर
थाहि-थाहि क' बढ़ल करू

हँसि-हँसि फूल सिखा रहल छै
सुख-दुख सभमेँ हँसल करू
चान-तरेगण सिखबय बौआ
अपना भरि मेहनत करल करू

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