बाल कविता-22
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
नंग-धरंग भेल धोधि निकालि
ठुमकि-ठुमकि चली सगरो गाम
हाथमे जारन गमछामे दालि
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
घरिघण्ट जे टन-टन बाजल
दौड़लौं हम जपैत अहींक नाम
दिअ प्रसाद अछि भूख लागल
करब हम बेर-बेर प्रणाम
फुस-फुस की फुसफुसा रहल छी?
चुटकी बजबैत किए बहबी घाम?
चित-पट भऽ किए लेटा रहल छी?
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
झूट्ठे करै छी पूजा, ठोप्पा, आरती
कहाँ देखाइ दै छथि हमरा राम
छोरू ई झंझट, चलू खेलब ती-ती
करब हम बेर-बेर प्रणाम
अमित मिश्र
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
नंग-धरंग भेल धोधि निकालि
ठुमकि-ठुमकि चली सगरो गाम
हाथमे जारन गमछामे दालि
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
घरिघण्ट जे टन-टन बाजल
दौड़लौं हम जपैत अहींक नाम
दिअ प्रसाद अछि भूख लागल
करब हम बेर-बेर प्रणाम
फुस-फुस की फुसफुसा रहल छी?
चुटकी बजबैत किए बहबी घाम?
चित-पट भऽ किए लेटा रहल छी?
हे पण्डित जी बेर-बेर प्रणाम
झूट्ठे करै छी पूजा, ठोप्पा, आरती
कहाँ देखाइ दै छथि हमरा राम
छोरू ई झंझट, चलू खेलब ती-ती
करब हम बेर-बेर प्रणाम
अमित मिश्र
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