जेठक निर्मोही दुपहरियामे
टूटल-भाँगल एकपैरियापर
दुनियाँ भरिक विपतिक पहाड़
भरिगर बोझहामे बान्हि उठेने
घामसँ भीजल चिर्री-चिर्री भेल कपड़ासँ
भारतक गरीबीक प्रमाण दियाबैत
खाधिसँ बचैत, झटकैत जाइत
दस वर्षक लड़कीकेँ देखि कऽ
प्रमाणित भऽ जाइ छै एकटा कथन
जे सत्तमे महापापी छै मनुखक पेट
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें