दुर्गा पूजा भऽ गेलै आरम्भ-2
चलू सब मिल मैयाकेँ मनाबू
माटि सानि कऽ कलश बना कऽ
पाँच पल्लवसँ तकरा सजा कऽ-2
वेद-मंत्रसँ माँ के मना कऽ-2 दुर्गा मैयाकेँ घरमे बजाबू
चलू सब मिल . . . . . . .
भोर पाठ आ आरती देखा कऽ
साँझ धूमन आ बाती जरा कऽ-2
मातारानी सँ प्रार्थना कऽ कऽ-2, सब अरजल पाप मेटाबू
चलू सब मिल . . . . . .
फेर सजि गेलै मैयाक गहबर
भक्त "अमित" निहारय रूप सुनर-2
माँसँ अपन दुखरा सुना कऽ-2 सब टा बिगड़ल काज बनाबू
चलू सब मिल . . . . .
तर्ज- मेरी मैया शरण से लगा ले, और किसी का सहारा नहीं है
चलू सब मिल मैयाकेँ मनाबू
माटि सानि कऽ कलश बना कऽ
पाँच पल्लवसँ तकरा सजा कऽ-2
वेद-मंत्रसँ माँ के मना कऽ-2 दुर्गा मैयाकेँ घरमे बजाबू
चलू सब मिल . . . . . . .
भोर पाठ आ आरती देखा कऽ
साँझ धूमन आ बाती जरा कऽ-2
मातारानी सँ प्रार्थना कऽ कऽ-2, सब अरजल पाप मेटाबू
चलू सब मिल . . . . . .
फेर सजि गेलै मैयाक गहबर
भक्त "अमित" निहारय रूप सुनर-2
माँसँ अपन दुखरा सुना कऽ-2 सब टा बिगड़ल काज बनाबू
चलू सब मिल . . . . .
तर्ज- मेरी मैया शरण से लगा ले, और किसी का सहारा नहीं है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें