5.49 नानीक दबाइ
तामससँ छै सूरज लाल
बुझा रहल पड़तै अकाल
गरम भेल छै एसी फ्रीज
वर्षो छै बनि गेल सवाल
गरम हवा आ गरमे पानि
लह लह लू करै छै हानि
डोलि रहल ने एकटा पत्ता
कोन उपाय करी नै जानि
एहिनामे चलि एलनि नानी
हम कहलियै सभ कहानी
उपाइ देलनि ओ बहुते नीक
रहय आब ठंढ़ा घैलक पानी
कहलनि गाछ लगाबू आइ
एहि रोगकेँ इएह दबाइ
हम त' खेलौं सप्पत तखने
संग अहाँ देबै ने भाइ
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