5.46 सत्य
सत्य बाजि क' जिनगी काटअ
ऋषि-मुनि कहि गेल
झूठ बाजि जे जिनगी बितबय
बड़का पापी भेल
नामी राजा हरिश्चंद्र केर,
नाम सत्य लेल जानैए
सत्य सभ ठाम विजय रहै छै
भरि दुनियाँ ई मानैए
सत्य अहिंसा गाँधी जी केर
शस्त्र छलै आजादीमे
झूठ बाजि जे दिवस गमाबय
पड़ल बुझू बर्बादीमे
सत्य भाव विश्वास बढ़ाबय
आउ एकर संधान करी
झूठ अलोपित भ' जाए जगसँ
आउ एहन अभियान करी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें