बाल कविता-15
खेल भेलै
चोर-पुलिसक खेल भेलै
किछु झगड़ा, किछु मेल भेलै
खेलैत-खेलैत देह नै थाकल
खन कबड्डी, खन रेल भेलै
बकरी-हाथी संग शेर खेलाइ
गिदर-भेड़िया संग भेड़ खेलाइ
मूँस-बिलारि संग घेंट मिलै
साँप-नेवला बेर-बेर खेलाइ
सब पास, किओ नै फेल भेलै
सब बाहर, ककरो नै जेल भेलै
छै झूमि रहल सगरो जंगल
दुश्मनोक बीच सुन्दर खेल भेलै
अमित मिश्र
खेल भेलै
चोर-पुलिसक खेल भेलै
किछु झगड़ा, किछु मेल भेलै
खेलैत-खेलैत देह नै थाकल
खन कबड्डी, खन रेल भेलै
बकरी-हाथी संग शेर खेलाइ
गिदर-भेड़िया संग भेड़ खेलाइ
मूँस-बिलारि संग घेंट मिलै
साँप-नेवला बेर-बेर खेलाइ
सब पास, किओ नै फेल भेलै
सब बाहर, ककरो नै जेल भेलै
छै झूमि रहल सगरो जंगल
दुश्मनोक बीच सुन्दर खेल भेलै
अमित मिश्र
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